कौन हैं SDM अमित चौधरी जिन्हें नरेश मीणा ने मारा थप्पड़?

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बीबीएन, नेटवर्क। राजस्थान के टोंक में बवाल मचा है. यहां के देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में बुधवार को वोटिंग थी. इसी दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मालपुरा के SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया. ये थप्पड़कांड ही इस बवाल की जड़ है. राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारियों के संघ ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग की. वहीं मीणा ने प्रशासन को चुनौती देते हुए गांव में धरना दिया. उन्होंने अपने समर्थकों से बड़ी संख्या में लाठी-डंडे लेकर समरावता गांव में एकत्र होने को कहा, ताकि प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके।
कौन हैं अमित चौधरी
अमित चौधरी राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के अधिकारी हैं. वह वर्तमान में टोंक जिले के मालपुरा में एसडीएम हैं. अमित चौधरी राजस्थान में साल 2019 बैच के आरएसस अधिकारी हैं. उनका जन्म 14 मई 1992 को हुआ है. अमित चौधरी मूलरूप से अलवर के रहने वाले हैं. मालपुरा टोंक में एसडीएम बनने से पहले अमित कुमार चौधरी झालावाड़ के मनोहरपुरा थाना, डूंगरपुर के चिकली, हिंडोली बूंदी, आसवार झालावाड़ और नागौर में एसडीएम रह चुके हैं.
कब हुआ बवाल?
देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर बुधवार को उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा था. इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया. नरेश मीणा कांग्रेस का दामन छोड़कर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
इस घटना के समय अमित चौधरी ग्रामीणों को मतदान के लिए मनाने का प्रयास कर रहे थे. इन ग्रामीणों ने अपनी एक मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी. राजस्थान प्रशासनिक सेवा अधिकारियों के संघ ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी की मांग की. आरएएस अधिकारियों के संघ ने मीणा की गिरफ्तारी की मांग की और चेतावनी दी है कि गिरफ्तारी नहीं होने पर गुरुवार से पूरे राज्य में पेन डाउन हड़ताल की जाएगी. वहीं मीणा ने प्रशासन को चुनौती देते हुए गांव में धरना दिया. उन्होंने अपने समर्थकों से बड़ी संख्या में लाठी-डंडे लेकर समरावता गांव में एकत्र होने को कहा, ताकि प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके।


बताया जाता है कि विधायक प्रत्याशी नरेश मीणा के उग्र समर्थकों को काबू करने के लिए पांच थानों की पुलिस को बुलाना पड़ा, लेकिन पुलिस भी मीणा के समर्थकों के आगे बेबस नजर आई. भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. हिंसा और आगजनी के बाद नरेश मीणा और उनके करीब 100 से ज़्यादा समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हालांकि बाद में मीणा पुलिस कस्टडी से फरार हो गया.
घटना पर DM ने क्या कहा?
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं टोंक की जिलाधिकारी सौम्या झा ने बताया कि समरावता गांव के लोगों ने उपचुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है. झा ने बताया, यह गांव वर्तमान में नगर फोर्ट तहसील में आता है और ग्रामीण गांव को उनियारा तहसील के अंतर्गत लाने की मांग कर रहे हैं जो उनके गांव के पास है।
नरेश मीणा ने क्या कहा?
देवली-उनियारा से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने कहा कि यहां के एसडीएम ने पहले हिंडोली में एक महिला की पिटाई की थी. अमित चौधरी ने एक आंगनवाड़ी महिला, उसके पति और एक शिक्षक की पिटाई की. उन्होंने उन्हें धमकी दी कि वे अपनी नौकरी खो देंगे और जबरदस्ती वोट डलवाया. पिछली 25 तारीख (अक्टूबर) से मेरे साथ जो कुछ भी हो रहा है, मेरे पोस्टर फाड़ दिए गए…कलेक्टर यहां नहीं आए…वे नहीं चाहते थे कि लोग मुझे वोट दें।
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