मिलिट्री इंटेलिजेंस और DST टीम की बड़ी कार्रवाई

- बीकानेर में मिलिट्री स्टेशन के समीप नशे का व्यापार
- 580 ग्राम अफीम की सप्लाई करने वाले दो तस्कर गिरफ्तार
- डीएसटी टीम और मिलिट्री इंटेलिजेंस की संयुक्त कार्रवाई
बीबीएन,बीकानेर। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बीकानेर जिला तस्करों का गढ़ बनता जा रहा है । सरहद पर एक ओर यहां पाकिस्तान से नशीले पदार्थों की खेत पहुंचाई जा रही है दूसरी ओर स्थानीय तस्कर इसे लोकल स्तर पर सप्लाई करने में अंजाम दे रहे हैं। बीकानेर आर्मी स्टेशन के आसपास भी तस्करों का नेटवर्क एक्टिव है। आर्मी इंटेलिजेंस को मिली सूचना के बाद इस पर कड़ी कार्रवाई की गई है। जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर बीकानेर पुलिस की डीएसटी टीम और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बीकानेर मिलिट्री स्टेशन के पास उदासर क्षेत्र में मादक पदार्थ तस्करी में लिप्त दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान मंगल सिंह (पुत्र गणपत सिंह, उम्र 25 वर्ष) और रामनिवास गिरी (पुत्र सीताराम गिरी, उम्र 22 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी मस्जिद के पास, बंगला नगर क्षेत्र के निवासी हैं। उनके पास से 580 ग्राम अफीम बरामद की गई है। जिसकी बाजार कीमत एक लाख से अधिक है। पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि उदासर क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। इसके आधार पर एक संयुक्त टीम का गठन किया गया और योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई को अंजाम दिया गया। मिलिट्री इंटेलिजेंस और DST ने बताया कि यह सिर्फ शुरुआत है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आरोपियों का संबंध नशे के अंतरराज्यीय गिरोह से है। पुलिस अन्य संदिग्धों की धरपकड़ के लिए अभियान चला रही है। सूत्रों के अनुसार, मिलिट्री स्टेशन के पास सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था कठोर होती है, जिससे इस क्षेत्र को तस्करों ने सुरक्षित ठिकाने के रूप में चुन लिया था। हालांकि, लंबे समय से इन गतिविधियों पर नजर रखने वाली मिलिट्री इंटेलिजेंस ने DST के साथ मिलकर इनकी गतिविधियों पर रोक लगाने की योजना बनाई थी। बीकानेर मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा अपनी नाक के नीचे हो रहे इस नशे के व्यापार पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए अपनी पैनी नजर से इन दो व्यक्तियों के गिरफ्त में आने के बाद आगे कई राज खुलने की उम्मीद है।
दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनसे पूछताछ के दौरान यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि अफीम कहां से लाई गई और इसे कहां सप्लाई किया जाना था। संयुक्त कार्रवाई में डीएसटी टीम की भूमिका सराहनीय रही। इस ऑपरेशन में मिलिट्री इंटेलिजेंस का सहयोग भी अहम साबित हुआ। पुलिस ने बताया कि मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस मामले में आगे की जांच जारी है। अधिकारियों ने आम जनता से भी अपील की है कि अगर उन्हें किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो वे पुलिस को सूचित करें।