ग्रामीण बच्चों के लिए आकाश ने लॉन्च किया क्राउन कोर्स

बीबीएन,बीकानेर, 29 मार्च। शहरी क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने वाला आकाश इंस्टीट्यूट मेडिकल पढ़ाई को नया आयाम देते हुए अब ग्रामीण अंचल के प्रतिभावान छात्रों को भी आगे लाने का सराहनीय प्रयास करेगा।
आकाश इंस्टीट्यूट राजस्थान के रीजनल डायरेक्टर अखिलेश दीक्षित ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि आकाश इंस्टीट्यूट ने अपना नया कोर्स "क्राउन " लांच किया है,जिसका उद्वेश्य ग्रामीण बच्चों को मेडिकल पढ़ाई के लिए सुअवसर देना है। दीक्षित ने बताया कि नीट का जो स्लैब्स करीब आठ माह में पूरा करवाया जा रहा है उसी कोर्स को करीब दो सालों में पूरा किया जाएगा जिसके तहत क्लास 11 ओर 12 का बेसिक पाठ्यक्रम करवाया जाएगा।
क्राउन कोर्स केवल ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए डिज़ाइन किया गया है। समयावधि दो वर्ष होने के बावजूद भी छात्रों से अधिक फीस वसूल नहीं की जाएगी। उन्होंने बताया कि गत वर्ष आकाश ने स्टूडेंट्स की मूलभूत समस्या को समझते हुए इंटेसिव प्लस कोर्स लांच किया था जिसमे प्रत्येक स्टूडेंट के लिए पर्सनल मेंटर दिया जाता है ताकि स्टूडेंट को हर छोटी से छोटी समस्याओं पर तुरंत समाधान मिल सके और वह निरतर अपनी पूर्ण क्षमता से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके। इंटेसिव प्लस कोर्स के कारण ही आकाश का प्रत्येक स्टूडेंट तनावमुक्त रहा है और आगामी परीक्षाओं में पूर्ण आत्मविश्वास से सम्मिलित होने जा रहा ।
इसी क्रम में स्टूडेंट की दोहरी सुरक्षा और तनावमुक्त रखने के लिए यह क्राउन कोर्स आज लांच किया जा रहा है।
कक्षा 12वीं के बाद आने वाले विद्यार्थियों की संख्या बीकानेर में अधिक होती है इनमें से अधिकाश विद्यार्थी पहली बार कोचिग के माध्यम से नीट और जेईई परीक्षा की तैयारी करते हैं। बीकानेर में सभी 12वीं पास विद्यार्थियों को रिपीटर या ड्रॉपर कहा जाता है, जबकि यह विद्यार्थी जो की पहली बार कोचिंग के माध्य र रहे है इन्हें फ्रेशर कहा जाना चाहिए।