वरिष्ठ शिशु शल्य चिकित्सक डॉ. गिरीश प्रभाकर के सम्मान में सेवानिवृत्ति समारोह आयोजित

बीबीएन,बीकानेर, 30 अप्रैल । सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के वरिष्ठ आचार्य एवं शिशु शल्य चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. गिरीश प्रभाकर के सेवानिवृत्त होने के उपलक्ष्य में आज एक गरिमामय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह महाविद्यालय के काउंसिल रूम में प्रातः 11 बजे आयोजित हुआ, जिसमें चिकित्सा शिक्षा जगत के कई प्रमुख चिकित्सकों और शिक्षकों ने भाग लिया।
मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विजय तुंदवाल एवं सचिव डॉ. विनोद छिपा के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. प्रभाकर के तीन दशकों से अधिक के सेवा-समर्पण को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
चिकित्सा सेवा में अनुकरणीय योगदान
डॉ. गिरीश प्रभाकर ने 3 मार्च 1992 को सहायक आचार्य के रूप में सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में अपनी सेवा यात्रा शुरू की। बाल चिकित्सा सर्जरी के क्षेत्र में उनके योगदान को 1996 में बीकानेर जिला कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया गया। वर्ष 2004 से 2007 तक उन्होंने जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अजमेर में सह-आचार्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2021 से 2023 तक वह सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय, बीकानेर के अधीक्षक के रूप में सेवाएं देते रहे।
शोध और अकादमिक योगदान
डॉ. प्रभाकर ने चिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किया है। उनके लगभग 30 शोध पत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हो चुके हैं, जो उनकी विशेषज्ञता और समर्पण का परिचायक हैं।
भावुक क्षण और प्रेरणादायक वक्तव्य
समारोह में उनके छात्रों, सहयोगियों और परिवारजनों ने उनकी कार्यशैली, नैतिक मूल्यों और मरीजों के प्रति संवेदनशीलता की भूरी-भूरी प्रशंसा की। पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने कहा, “डॉ. प्रभाकर केवल एक श्रेष्ठ चिकित्सक ही नहीं, बल्कि उत्कृष्ट प्रशासक और मार्गदर्शक भी रहे हैं। उनकी विरासत हमें सदैव प्रेरणा देती रहेगी।” अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य ने उनके कार्यकाल को “चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर” करार दिया।
समारोह में रहे उपस्थिति
इस अवसर पर डॉ. नीति शर्मा, डॉ. तरुणा स्वामी, डॉ. मुकेश आर्य, डॉ. एनएल महावर, डॉ. संदीप गुप्ता, डॉ. हरफूल बिश्नोई, डॉ. सुरेंद्र बेनीवाल, डॉ. विवेक सामोर, डॉ. गौरव गुप्ता, श्री संजीव बुरी, डॉ. संजय कोचर समेत अनेक गणमान्य चिकित्सक उपस्थित रहे।