फिजियोथेरेपी को मिला नया दर्जा, एनसीएएचपी की गाइडलाइन में दर्ज हुआ बदलाव

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बीबीएन,बीकानेर, 3 मई। फिजियोथेरेपी क्षेत्र को लेकर केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। अब से योग्य फिजियोथेरेपिस्ट अपने नाम के साथ ‘डॉ.’ उपसर्ग और ‘PT’ प्रत्यय का इस्तेमाल कर सकेंगे। यह अधिकार राष्ट्रीय संबद्ध स्वास्थ्य देखभाल आयोग (NC-AHP) की ओर से जारी फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम पुस्तिका में आधिकारिक रूप से दर्ज किया गया है।

गाइडलाइन के पृष्ठ 29 पर स्पष्ट उल्लेख है कि मान्यता प्राप्त संस्थानों से डिग्री प्राप्त फिजियोथेरेपिस्ट ‘डॉ. पीटी’ टाइटल के पात्र होंगे। इस फैसले को पेशे की गरिमा और व्यापक सामाजिक मान्यता देने की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
बीकानेर फिजियोथेरेपी समूह ने इस निर्णय का स्वागत किया है। वरिष्ठ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. लक्ष्मण राजपुरोहित, डॉ. महेंद्र चौधरी, डॉ. कपिल गोम्बर, डॉ. मयंक खत्री और डॉ. कनिका अग्रवाल ने कहा, “यह सिर्फ उपाधि नहीं, बल्कि वर्षों की तपस्या और समर्पण का सम्मान है।”
डॉ. भरत खत्री और डॉ. अमित पुरोहित के अनुसार, "इससे न केवल फिजियोथेरेपी को सम्मान मिलेगा, बल्कि आमजन में इसकी उपयोगिता को लेकर जागरूकता भी बढ़ेगी।"
डॉ. अपूर्वा बिस्सा ने कहा, “यह फैसला फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका को स्वास्थ्य क्षेत्र में मजबूती से स्थापित करेगा।” एनसीएएचपी की अध्यक्ष डॉ. यज्ञ उन्मेष शुक्ला को इस ऐतिहासिक फैसले के लिए देशभर से सराहना मिल रही है।
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