पाकिस्तान की नापाक हिमाकत का भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब

बीबीएन, नेटवर्क। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी औकात से बाहर जाकर भारत को उकसाने की हिमाकत की है। ऑपरेशन सिंदूर के करारे तमाचे के बाद तिलमिलाए पाकिस्तान ने शनिवार सुबह 'ऑपरेशन बुनियान उल मर्मूस' की शुरुआत कर दी। जवाब में भारत ने भी वह किया, जिसे दुश्मन बरसों याद रखेगा। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि आगामी 72 घंटे दोनों देशों के लिए निर्णायक होंगे।
शनिवार तड़के, पाकिस्तान ने दिल्ली को निशाना बनाकर फतेह-2 बैलिस्टिक मिसाइल दागी — लेकिन हमारी वायु रक्षा प्रणाली ने उसे हरियाणा के सिरसा में ही ढेर कर दिया। यह वही सिरसा है, जो अब देश की सुरक्षा का नया प्रहरी बन चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स चीख-चीखकर कह रही हैं कि मिसाइल का निशाना देश की राजधानी थी, लेकिन भारत सरकार अभी इस पर आधिकारिक मुहर नहीं लगा रही।
इससे पहले, शनिवार रात को भारत ने वह किया जो दुश्मन सपने में भी नहीं सोच सकता था — पाकिस्तान की वायुसेना के चार अहम ठिकाने, रावलपिंडी का नूर खान एयरबेस, शोरकोट का रफीकी एयरबेस और चकवाल का मुरिद एयरबेस भारतीय वायुशक्ति के कहर से थर्रा उठे। रक्षा सूत्र साफ कह रहे हैं — "पाकिस्तान की हवाई ताक़त को पंगु कर दिया गया है।"
पाकिस्तान की कायरता भी चरम पर है। शुक्रवार रात उसने एक बार फिर 26 जगहों पर ड्रोन हमलों की कोशिश की — जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक। मकसद था हमारे सैन्य ठिकानों और हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचाना। लेकिन भारत ने हर बार की तरह इस बार भी अपने नागरिकों और धरती को ढाल बनाकर नहीं, ताकत से जवाब दिया। सभी हमले नाकाम कर दिए गए। हां, फिरोजपुर में एक ड्रोन ने रिहायशी इलाके को निशाना बनाया, जिसमें एक ही परिवार के कई सदस्य घायल हो गए — यह पाकिस्तान की असलियत है: बेकसूरों पर वार, और बहादुरों से हार!
अब सवाल पाकिस्तान से नहीं, दुनिया से है — कब तक ये आतंकी देश यूं ही छूटता रहेगा? कब तक भारत के सब्र की परीक्षा ली जाएगी? ये नया भारत है, जवाब देने से पहले सोचता नहीं — सीधा वार करता है, और वार भी ऐसा कि दुश्मन की रूह कांप जाए।