संस्कार और सनातन संस्कृति से जोडऩे के लिये होगा ब्रह्मनाद

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बीबीएन,बीकानेर, 28 मार्च। आज की युवा पीढ़ी को नव संवत्सर से अवगत करवाने और संस्कार और सनातन संस्कृति से जोडऩे के उद्देश्य से नव संवत्सर  के आगमन पर बीकानेर सांस्कृतिक मंच द्वारा ब्रह्मनाद संवत् 2082 एक सांस्कृतिक  महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।
 प्रेस वार्ता में आयोजन की  जानकारी देते हुए कार्यक्रम से जुड़े श्रीकांत व्यास ने बताया कि नववर्ष की  पूर्व संध्या पर पुष्करणा स्टेडियम में 29 मार्च को आयोजित इस कार्यक्रम में  बीकानेर के नामी कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां दी जाएगी। बीकानेर में  पहली बार आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम का आगाज शंखनाद के साथ होगा। इस दौरान बीकानेर के दस संतों का सम्मान भी किया जाएगा। व्यास ने बताया कि आने वाले लोगों के बैठने के लिये 1000 कुर्सियां लगाई गई है। वहीं दो से ढाई हजार लोगों के स्टेडियम में बने स्टेण्ड में बैठने की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में राजनीतिक व गैर राजनीतिक लोगों के अलावा अधिक संख्या में महिलाओं व बच्चों को आमंत्रित किया गया है। आयोजकों ने आने वाले लोगों से आग्रह किया है कि प्रयास करें कि कार्यक्रम में पैदल आएं ताकि ट्रेफिक व्यवस्थान की स्थिति न हो। इस मौके पर कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन आरती आचार्य,राजकुमारी व्यास,डॉ अशोक व्यास,डॉ उमाकांत व्यास,आजाद पुरोहित सहित अनेकजनों ने किया। 
ये होंगे आयोजन 
इस कार्यक्रम में 50 बालकों द्वारा वैदिक मंत्रोचारण,50 बच्चों द्वारा गीता  अध्याय का पाठ,नगाड़ा वादन,महिषासुर मर्दिनी समूह नृत्य,सितार एवं  वायलिन वादन,कत्थक नृत्य,ईशानाथ मंडल द्वारा भजन प्रस्तुति,प्रसिद्व गायक  प्रवेश शर्मा की गीतों की प्रस्तुति,राम भजनों की प्रस्तुति,राजस्थानी लोक गीत  व नृत्य की प्रस्तुतियां,सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ,दीप जलाकर आदि  शक्ति की सामूहिक आरती,दीपोत्सव व आतिशबाजी के आयोजन होंगे।
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