तकनीकी शिक्षा से ही बनेगा चरित्रवान और आत्मनिर्भर भारत – राज्यपाल बागडे

बीबीएन,बीकानेर, 2 जून। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में सोमवार को देशभक्ति, तकनीक और चरित्र निर्माण की जबरदस्त तसवीर उभरी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने दो टूक कहा – "अच्छी शिक्षा पद्धति किसी देश को बलवान और चरित्रवान बनाती है। जिस देश की शिक्षा कमजोर होती है, वहां चारित्रिक पतन निश्चित है।"
बागडे ने देश के स्वर्णिम अतीत की याद दिलाते हुए कहा कि तक्षशिला, विक्रमशिला, नालंदा जैसे विश्वविद्यालयों की विरासत को फिर से जीवित करना होगा। उन्होंने कहा, "हमारे देश में हजारों साल पहले जो तकनीकी चमत्कार हुए, वे आज भी आश्चर्य का विषय हैं।" साथ ही नशे की बढ़ती लत पर चिंता जताते हुए युवाओं को चेताया – "नशा, शक्ति और चरित्र दोनों का दुश्मन है।"
राजस्थान तकनीकी शिक्षा में अग्रणी: देवनानी
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने छात्रों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि डिग्री सिर्फ कागज़ का टुकड़ा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का एहसास है। उन्होंने कहा, "इंजीनियर का असली धर्म है – समाज के सबसे कमजोर तबके का जीवन बदलना।" उन्होंने 'मेक इन इंडिया' और 'स्टार्ट अप इंडिया' को राष्ट्रनिर्माण का टूल बताते हुए कहा – "आज नौकरी मांगने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनना है।"
तकनीक के बिना विकास संभव नहीं: अर्जुन मेघवाल
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने छात्रों को चेताया – "स्टीम इंजन से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक की दौड़ में भारत को पीछे नहीं रहना चाहिए।" उन्होंने विवेकानंद को उद्धृत करते हुए कहा कि शिक्षा का मकसद है – चरित्र निर्माण। उन्होंने कहा, "तकनीकी विकास के बिना कोई राष्ट्र शक्तिशाली नहीं बन सकता।"
नई सोच, नया भारत: बैरवा
राज्य के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि आज की तकनीकी शिक्षा सिर्फ करियर नहीं, देश का भविष्य तय कर रही है। उन्होंने कहा, "अब आरआईटी जैसे संस्थानों से युवाओं को विश्वस्तरीय माहौल मिल रहा है। हम युवाओं से सिर्फ डिग्री नहीं, नवाचार की उम्मीद रखते हैं।" बैरवा ने साफ कहा, "आज का युग तकनीक का है। चुनौतियां बड़ी हैं, लेकिन अवसर उससे भी बड़े हैं। इनसे लड़कर ही हम सशक्त भारत बना सकते हैं।"
4000 से अधिक विद्यार्थियों को मिली डिग्री, 27 को स्वर्ण पदक
समारोह में राज्यपाल ने 27 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक दिए। इस दौरान 4080 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं, जिनमें B.Tech, MBA, M.Tech, Ph.D. सहित विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्र शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना और कुलगीत के साथ हुई। कुलगुरु अखिल रंजन गर्ग ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की, वहीं कुलसचिव रचना भाटिया ने आभार प्रकट किया।
राजनीतिक और प्रशासनिक दिग्गज भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में विधायक विश्वनाथ मेघवाल, ताराचंद सारस्वत, जेठानंद व्यास, ज़िला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, विद्यार्थी और उनके अभिभावक उपस्थित रहे।