जोधपुर में शुरू हुआ देशी हथियारों का निर्माण, सेना को मिलेगी मेड इन इंडिया स्नाइपर राइफल

बीबीएन, नेटवर्क। 'मेक इन इंडिया' अभियान को नई धार देते हुए राजस्थान के जोधपुर में अत्याधुनिक हथियार निर्माण संयंत्र की शुरुआत हुई है। करीब 1500 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित यह संयंत्र देश में स्नाइपर राइफल और मल्टी-बैरेल मशीनगनों के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा। रक्षा मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद यह परियोजना तेज़ी से आकार ले रही है।
सूत्रों के अनुसार, संयंत्र में तैयार की जा रही हाई-टेक स्नाइपर राइफल की फायरिंग रेंज 2.4 किलोमीटर तक प्रभावी है। इसका सफल परीक्षण भारत और विदेशों में किया जा चुका है। टोगो और थाईलैंड जैसे देशों ने इस राइफल में रुचि दिखाई है, जिससे साफ है कि भारत अब रक्षा उत्पादों के वैश्विक निर्यातक बनने की ओर कदम बढ़ा चुका है।
100% मेड इन इंडिया, हर पुर्ज़ा देश में बना
इस राइफल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका प्रत्येक पुर्ज़ा भारत में ही निर्मित किया गया है। विशेषज्ञ इसे पूरी तरह 'मेड इन इंडिया' मानते हैं। रक्षा क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि यह राइफल विभिन्न मौसम और भौगोलिक परिस्थितियों में भी स्थिर प्रदर्शन करने में सक्षम है। इसकी सब-एमओए सटीकता इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाती है।
स्वदेशी निर्माण से आत्मनिर्भर भारत को बल
रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर यह पहल बड़ा संकेत मानी जा रही है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह राइफल भारतीय सेना के रणनीतिक अभियानों में गेम-चेंजर साबित हो सकती है। साथ ही, इससे देश के रक्षा क्षेत्र में रोजगार, तकनीकी विकास और वैश्विक प्रतिष्ठा को भी बढ़ावा मिलेगा।
नजरें पारदर्शिता और गुणवत्ता नियंत्रण पर भी
हालांकि परियोजना को लेकर उत्साह है, लेकिन विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि इसके साथ पारदर्शिता, गुणवत्ता नियंत्रण और स्थानीय समुदायों की भागीदारी को भी सुनिश्चित करना होगा, ताकि इसका दीर्घकालिक प्रभाव सकारात्मक और समावेशी हो।