सीमा पर सनसनी: बीएसएफ जवान का अपहरण

बीबीएन, नेटवर्क, 5 जून। भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान का कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया। यह घटना बुधवार तड़के नूरपुर के निकट सीमा पोस्ट के पास उस समय हुई, जब जवान गश्त पर तैनात था।
बीएसएफ सूत्रों के मुताबिक, 71वीं बटालियन के जवान श्रीगणेश को सीमा के निकट संदिग्ध हलचल की सूचना मिली थी। बताया जा रहा है कि वह कथलिया गांव के पास बांग्लादेश से घुसपैठ की कोशिश को रोकने के प्रयास में थे, तभी उन्हें कुछ असामाजिक तत्वों ने दबोच लिया और खींचकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पार ले गए।
शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि जवान घुसपैठियों का पीछा करते हुए अनजाने में सीमा पार चला गया था। हालांकि, बीएसएफ की जांच में स्पष्ट हुआ कि जवान भारतीय क्षेत्र में ही मौजूद था और उसे जबरन सीमा पार ले जाया गया।
बीएसएफ अधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, जवान ने मानवता का परिचय देते हुए कुछ बांग्लादेशी नागरिकों को बातचीत के लिए नज़दीक आने की अनुमति दी थी। इसी का फायदा उठाते हुए वे युवक, जो बाद में अपराधी निकले, जवान को बंधक बनाकर ले गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए बीएसएफ ने तत्परता से बांग्लादेश सीमा पर मौजूद बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) से संपर्क साधा और उच्च स्तर पर मामला उठाया। दोनों देशों के सीमा अधिकारियों के बीच समन्वय के बाद, कुछ घंटों के भीतर जवान को सुरक्षित रिहा कर दिया गया।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "जवान को बांग्लादेशी तत्वों द्वारा अपहरण कर लिया गया था और बंधक बनाकर रखा गया था। लेकिन हमारे कड़े विरोध और BGB के साथ समन्वय के चलते उसे सुरक्षित वापस लाया गया है। वह अब हमारे साथ है और पूरी तरह सुरक्षित है।"
यह घटना न सिर्फ सीमा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सीमांत क्षेत्रों में कितनी सूक्ष्म सतर्कता की आवश्यकता है। बीएसएफ ने मामले की जांच तेज़ कर दी है और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए अतिरिक्त उपायों पर विचार किया जा रहा है।
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