फुटबॉल समर कैंप का हुआ भव्य समापन, 140 से अधिक बच्चों ने लिया प्रशिक्षण

बीबीएन, बीकानेर, 5 जून। पुष्करणा स्टेडियम में मास्टर बच्ची फुटबॉल क्लब समिति एवं मास्टर मंगलचंद खरखोदिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित फुटबॉल समर कैंप का गुरुवार को भव्य समापन हुआ। 20 मई से 5 जून तक चले इस कैंप में 140 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया और फुटबॉल की तकनीकी व शारीरिक दक्षता का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
समिति के सचिव भरत पुरोहित ने बताया कि प्रशिक्षण के साथ-साथ खिलाड़ियों की सेहत का भी ध्यान रखा गया। कैंप के पहले 15 दिनों तक नियमित रूप से दूध और चना खिलाड़ियों को अभ्यास के बाद परोसा गया, जो इस कैंप की वर्षों पुरानी परंपरा का हिस्सा है।
समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे पूर्व भारतीय फुटबॉल कप्तान व अर्जुन अवॉर्डी मगन सिंह राजवी। उनके साथ भाजपा नेत्री मीना आसोपा, नारायण दास रंगा, धोबी समाज अध्यक्ष गोपाल बनिया, डॉ. अबरार पंवार, नंदकिशोर पुरोहित व मुदित खजांची ने भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। सभी अतिथियों को संस्था की ओर से स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
क्लब अध्यक्ष सुनील बांठिया ने बताया कि यह फुटबॉल समर कैंप बीकानेर में युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बन चुका है। हर्षित बिस्सा, जो कि इस आयोजन के मीडिया प्रभारी हैं, ने जानकारी दी कि यह परंपरा बीते 25 वर्षों से लगातार निभाई जा रही है और दूध-चना इसकी पहचान बन चुका है। यह पहल मास्टर बच्ची महाराज की देन है, जिसे समिति आज भी श्रद्धा से निभा रही है।
इस अवसर पर प्रशिक्षण देने वाले श्याम सुंदर चुरा, बुंदेला सिंह, नारायण दास बोहरा, केशव पुरोहित, महावीर शर्मा, त्रिभुवन ओझा, शिवकुमार शर्मा, अभिषेक व्यास, विनोद जागा, देवेंद्र पुरोहित, मानक सुथार, कमरूदीन सहित कई प्रशिक्षकों को विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
समारोह में बच्चों को प्रशस्ति पत्र, टी-शर्ट और मोमेंटो भेंट किए गए। उल्लेखनीय है कि योग सत्र भी कैंप का हिस्सा रहा, जिसमें अजय स्वामी ने खिलाड़ियों को नेचर योगा एंड बॉडी फ्लेक्सिबिलिटी के अभ्यास करवाए।
क्लब के नवल कल्ला ने जानकारी दी कि टी-शर्ट शिव शक्ति साधना पीठ की ओर से पं. मनमोहन जी किराडू की स्मृति में वितरित की गईं, जिन्हें ज्योतिषाचार्य पं. प्रदीप किराडू ने भेंट किया। कार्यक्रम के अंत में राजेंद्र चांडक, प्रेम पुरोहित और अनिल छंगाणी ने सभी अतिथियों, प्रशिक्षकों और अभिभावकों का आभार प्रकट किया।
---