राष्ट्रीय मंच पर बीकानेर की आभा शंकर की गूंज, 'विजनरी इंडियन अवार्ड' से सम्मानित

बीबीएन, बीकानेर, 6 जून । बीकानेर की सांस्कृतिक और रंगमंचीय विरासत को राष्ट्रीय फलक पर प्रतिष्ठा दिलाते हुए शहर की जानी-मानी रंगकर्मी, संगीतज्ञ और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट थैरेपिस्ट डॉ. आभा शंकर को "गोल्डन स्पैरो" संस्था द्वारा विजनरी इंडियन अवार्ड से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें नई दिल्ली स्थित आकाशवाणी भवन में आयोजित एक गरिमामय समारोह में प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री पूनम ढिल्लों के कर-कमलों से प्रदान किया गया।
इस पुरस्कार समारोह में देश के विविध क्षेत्रों—कला, विज्ञान, साहित्य एवं रचनात्मक सामाजिक योगदान—से चुने गए विशिष्ट व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया, जिनमें बीकानेर की डॉ. शंकर का नाम प्रमुखता से शामिल रहा। रंगमंच, संगीत और सामाजिक मनोविज्ञान जैसे विविध क्षेत्रों में उनका कार्य न केवल बहुआयामी रहा है, बल्कि समाज के व्यापक हित में भी उल्लेखनीय सिद्ध हुआ है।
रंगमंच की रचनात्मक धारा में विशिष्ट योगदान
डॉ. आभा शंकर को नाटक "टूटते बंधन" में उत्कृष्ट अभिनय के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त उन्हें बेस्ट प्ले, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट क्लासिकल सिंगर और बेस्ट सुगम संगीत गायिका जैसे अनेक खिताब प्राप्त हुए हैं। उनके निर्देशन में तैयार नाटकों ने बीकानेर की नाट्य परंपरा को नए आयाम दिए हैं।
पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और मानसिक स्वास्थ्य में नि:स्वार्थ सेवा
कला के साथ-साथ डॉ. शंकर ने समाज के मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किया है। डॉ. वी.एन. पाठक से प्रशिक्षण प्राप्त कर वे पिछले तीन दशकों से ईगोग्राम और जर्मन थैरेपीज़ जैसे आधुनिक मनोवैज्ञानिक उपचार पद्धतियों द्वारा 1000 से अधिक लोगों को नि:शुल्क काउंसलिंग एवं उपचार प्रदान कर चुकी हैं। वे कैथार्सिस और साइकोलॉजिकल हीलिंग की विशेषज्ञ मानी जाती हैं।
रेलवे सेवा में भी अनूठा योगदान
डॉ. आभा शंकर का शास्त्रीय संगीत से जुड़ाव बचपन से रहा है। मात्र पांचवीं कक्षा से उन्होंने मंचों पर तबले की संगत आरंभ कर दी थी। उन्होंने मेरठ विश्वविद्यालय से तबला विषय में एम.ए. किया और गायन में भी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। उनकी संगीत प्रतिभा के चलते 1984 में भारतीय रेल में स्थाई सेवा मिली और बीकानेर में उनकी नियुक्ति हुई। यहां उन्होंने सांस्कृतिक सचिव के रूप में रेलवे की सांस्कृतिक गतिविधियों को नया स्वरूप दिया। वर्ष 2019 में वे सहायक वित्त सलाहकार के पद से सेवानिवृत्त हुईं।
रंगकर्मियों ने साझा की खुशी
डॉ. आभा शंकर को राष्ट्रीय स्तर पर मिले इस सम्मान से बीकानेर के रंगजगत में उत्सव का माहौल है। लक्ष्मीनारायण सोनी, सुरेश हिंदुस्तानी, विपिन पुरोहित, संगीता शर्मा, मंदाकिनी जोशी, रमेश बोहरा, भरत सिंह राजपुरोहित, विकास शर्मा, सुनील जोशी, नवल व्यास, अशोक व्यास और आमिर हुसैन सहित अनेक रंगकर्मियों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे बीकानेर के लिए गर्व का क्षण बताया।