BSF ने स्थापित किया बीकानेर में NTCD का दूसरा केंद्र

बलजीत गिल.
बीबीएन,बीकानेर, 9 जून। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बीकानेर को देश के डॉग ट्रेनिंग नेटवर्क में एक नई पहचान दी है। यहां राष्ट्रीय डॉग ट्रेनिंग सेंटर (NTCD) की दूसरी इकाई स्थापित की गई है, जहां जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले विशेष प्रशिक्षित डॉग्स को तैयार किया जा रहा है।
यह सेंटर सीमा पार से होने वाली घुसपैठ, तस्करी और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में अहम भूमिका निभाएगा। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, यह इकाई पूरी तरह अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिसमें कुत्तों के प्रशिक्षण के लिए विशेष कोर्स और मॉड्यूल तय किए गए हैं।
टेकनपुर के बाद बीकानेर को मिली जिम्मेदारी
टेकनपुर (मध्य प्रदेश) के बाद बीकानेर देश का दूसरा बड़ा राष्ट्रीय डॉग ट्रेनिंग सेंटर बना है। यहां लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड और बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल के डॉग्स को खास ऑपरेशनल ट्रेनिंग दी जा रही है। इनकी सूंघने की क्षमता और सतर्कता BSF के जवानों के लिए एक बड़ी ताकत साबित हो रही है।
रेगिस्तानी इलाके में ऑपरेशन के लिए उपयुक्त
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बीकानेर का रेगिस्तानी और सीमावर्ती इलाका इस तरह के प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त माना गया है। यही कारण है कि यहां डॉग्स को उन परिस्थितियों में प्रशिक्षित किया जा रहा है, जिनका सामना उन्हें पाकिस्तान सीमा पर तैनाती के दौरान करना पड़ता है।
स्थानीय स्तर पर भी दिखेगा असर
इस सेंटर के जरिए बीकानेर में रोजगार के अवसरों में इज़ाफा होने की उम्मीद है। पशु चिकित्सा, प्रशिक्षण उपकरण, डॉग फ़ूड और अन्य सुविधाओं की आपूर्ति के जरिए स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।
BSF अधिकारी बोले- डॉग्स बनेंगे स्मार्ट सैनिक
एक बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि “हम इन डॉग्स को सिर्फ खोजी जानवर नहीं, बल्कि स्मार्ट सैनिक के रूप में तैयार कर रहे हैं। आने वाले समय में ये टीम का अहम हिस्सा होंगे।” राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बीकानेर में शुरू हुआ यह प्रशिक्षण केंद्र एक रणनीतिक बढ़त के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल सीमाओं को और अधिक सुरक्षित बनाएगा, बल्कि बीकानेर को सैन्य महत्व के नक्शे पर भी मजबूती से स्थापित करेगा।
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